उपायुक्त महावीर कौशिक ने रतिया खंड के नंबरदारों, निगरानी कमेटी व किसानों के साथ की बैठक
-जिला में पराली जलने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की
Ratia(Fatehabad) News:उपायुक्त महावीर कौशिक ने शनिवार को सामुदायिक केंद्र रतिया में रतिया खंड के नंबरदारों, ग्राम स्तरीय निगरानी कमेटी व किसानों के साथ बैठक कर पराली जलने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से बढ़ रहा प्रदूषण बेहद चिंता का विषय है और प्रदूषित जहरीली हवा के कारण मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी घातक है।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने से हवा में घुलकर धुंआ जहरीला हो जाता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गो, महिलाओं एवं खासकर दमा एवं ह्दय के रोगियों को काफी परेशानी होती है। दूषित वातावरण से आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत व अन्य परेशानियां होती है। उन्होंने कहा कि पराली जलाना समाधान नहीं है, इसका प्रबंधन किया जाना चाहिए। पराली जलाने से जहां वातावरण दूषित होता हैं वहां खेत की जमीन को भी हानि पहुंचती है। उन्होंने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए गांव स्तर, ब्लॉक स्तर व उपमंडल स्तर पर टीमें गठित की हुई है। उन्होंने कहा फतेहाबाद जिले में लगभग 60 प्रतिशत धान की कटाई हो चुकी है और 40 प्रतिशत धान की कटाई बाकी रहती है। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली प्रबंधन बारे जागरूक किया जाए और समझाएं जो सरकार द्बारा पराली प्रबंधन के लिए उपकरण उपलब्ध करवाये जा रहे उनका उपयोग करे।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनेक कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं तथा इन पर व्यक्तिगत श्रेणी में 50 प्रतिशत व ग्रुप में 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने कहा फतेहाबाद जिला में अभी तक 93 एफआईआर दर्ज हो चुकी है और दो लाख 52 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अगर कोई किसान पराली की गांठे बनवाता है तो उसे एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जा रहीं हैं। उपायुक्त ने गठित की गई विभिन्न कमेटियों के इंचार्ज को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दें। कोई भी व्यक्ति या किसान नियमों की अवहेलना करता है तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन व संबंधित विभाग को दें। उपायुक्त ने कहा कि पराली जलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही व जुर्माना किया जाएगा। उन्होंने रतिया क्षेत्र के किसानों व गणमान्य व्यक्तियों से आग्रह किया कि वे धान की पराली तथा अन्य फसली अवशेषों को न जलाएं। भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिए कार्य करें। इस अवसर पर कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. राजेश सिहाग, डीएसपी गीतिका जाखड़, तहसीलदार विजय मोहन सियाल, नायब तहसीलदार हरभजन दास, सहित गठित विभिन्न कमेटियों के इंचार्ज व क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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